*आदिवासी क्षेत्र धर्मांतरण के कारोबारियों, रोहिंग्याओं आदि का अड्डा बन गया है - भाजपा*
*कांग्रेस सरकार सनातन समाज के उत्पीड़न के कीर्तिमान रच रही है - संजय श्रीवास्तव*
रायपुर। भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सरगुजा संभाग प्रभारी संजय श्रीवास्तव, अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विकास मरकाम, प्रवक्ता देवलाल ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में लगातार हिंदुओं का अपमान, सनातन संस्कृति को ठेस पहुंचाना, साम्प्रदायिक तुष्टीकरण और आतंक-अपराध की घटनायें लगातार जारी हैं। अब ऐसी आतंकी कारवाइयों में पुलिस को भी कांग्रेस सरकार ने शामिल कर लिया है।
प्रदेश के महान संत और ‘सनातन धर्म संत समाज’ की स्थापना कर समूचे वन्य क्षेत्रों में रहने वाले आदिवासी समाज में सांस्कृतिक चेतना प्रवाहित करने वाले गाहिरा गुरु जी के पुत्र और जन प्रतिनिधि जिला पंचायत सदस्य, भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता, हिन्दू आदिवासी नेता श्री गेंदबिहारी सिंह के साथ बगीचा एसडीओपी शेर बहादुर सिंह ठाकुर, आरक्षक राजकुमार मनहर, आरक्षक संतोष उपाध्याय द्वारा जिस तरह सार्वजनिक रूप से बर्बरता पूर्वक मारपीट की गयी है, इसकी जितनी भर्त्सना की जाय, वह कम है।
सम्पूर्ण घटनाक्रम को देखने पर यह साफ होता है कि किसी पुलिसकर्मी की ऐसी हिम्मत हो ही नहीं सकती कि इस तरह लोकप्रिय जनप्रतिनिधि के साथ दुर्व्यवहार करे। सीधी सी बात है कि ऐसा कांग्रेस के भूपेश गुट के इशारे पर, इसलिए किया गया है क्योंकि श्री जा गेंद बिहारी सिंह भाजपा के समर्थक हैं, और सनातन संस्कृति के संवर्धन में सतत समर्पित रहते हैं।
इससे पहले भी एक शोभायात्रा को संदिग्ध तस्करों द्वारा उसी जशपुर में रौंद दिया गया था। उसमें अनेक लोग हताहत हुए थे, लेकिन आज तक शासन ने उसकी तह तक जाने की ज़हमत नहीं उठायी। केवल इसलिए क्योंकि प्रदेश का आदिवासी क्षेत्र धर्मांतरण के कारोबारियों, रोहिंग्याओं आदि का अड्डा बन गया है। स्वयं शासन के मंत्री ने अंबिकापुर क्षेत्र में बड़ी संख्या में रोहिंग्याओं के बसाए जाने की बात की थी। समूचे क्षेत्र की डेमोग्राफ़ी को तेज़ी से बदला जा रहा है।
हाल के बीरनपुर में जिहादियों द्वारा भूनेश्वर साहु की मस्जिद में नृशंस हत्या और उस पर उल्टे पीड़ित पक्ष और आवाज़ उठाने वाले संगठनों को ही उत्पीड़ित करने का मामला हो, या फिर कबीरधाम में मुस्लिम अतिवादियों द्वारा किए गए उपद्रव को शासकीय संरक्षण की, या फिर बस्तर के नारायणपुर और सुकमा आदि में बार-बार चेताने के बावजूद परिवर्तित ईसाइयों द्वारा किए गए दंगे-फसाद की, हर मामला शासन प्रायोजित या संरक्षित लगता है। कांग्रेस राज में धर्मगुरु प्रकाश मुनि साहेब जी के मकान पर मुख्यमंत्री के चहेते लोगो द्वारा कब्जे करने का प्रयास तक किया गया।
ऐसे हर मामले बिना शासकीय संरक्षण के संभव ही नहीं। कांग्रेस की सरकार लगातार दोमुही बात करती रही है। भले वोट की लिप्सा में भूपेश बघेल कालेनेमि बन जाएं लेकिन अपने ही मंत्रियों द्वारा सनातन के विरुद्ध बयानबाजी, उपद्रव, आदिवासी समाज को भड़काना, ये सब वास्तव में कांग्रेस के ‘टूल किट’ का हिस्सा है। वह जान बूझ कर विभजानकारी राजनीति कर वे अपनी रोटी सेंकना चाहती है। भूपेश बघेल सीधे तौर पर सनातन द्रोहियों के हाथ में खेलते हुए भयादोहन की राजनीति कर रही है।
पीड़ित श्री सिंह के भाई चिंतामणि महराज स्वयं गृह विभाग के संसदीय सचिव अर्थात् राज्यमंत्री हैं। जब गृह विभाग से संबंधित विधायक के घर में यह हाल है तो शेष प्रदेश की आप कल्पना कर सकते हैं। कांग्रेस की गुटीय राजनीति किस तरह हो गयी है, इसे देखिए। विभागीय दायित्व चाहे जो हो, लेकिन पूरी सरकार में ‘वन मैन शो’ चल रहा है।
भारतीय जनता पार्टी ने सरगुजा में कांग्रेस सरकार की इस बर्बरता और पुलिसिया आतंक के विरुद्ध कल गुरुवार 26/04/23 को सरगुजा संभाग बंद का आयोजन किया है।
भाजपा की यह मांग है कि :-
- सभी दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल बर्खास्त किया जाय।
- इनके विरुद्ध उच्च स्तरीय और निष्पक्ष जांच हो।
- दोषियों पर एट्रोसिटी एक्ट के तहत मुक़दमा दर्ज कर उन्हें तत्काल गिरफ़्तार किए जाएँ।
- मुख्यमंत्री इस घटना के लिए समूचे प्रदेश और विशेष कर आदिवासी समाज से हाथ जोड़ कर माफी मांगें।
इस दौरान पत्रकार वार्ता में प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल मौजूद रहे।
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