*पी एफ आई की तुलना बजरंग दल से करना घटिया और गंदी मानसिकता की उपज - बजरंग दल*

*कर्नाटक चुनाव में हिन्दु समाज बजरंग दल बैन करने की बात कहने वाली पार्टी को सबक सिखायेगी*

*पी एफ आई की तुलना बजरंग दल से करना घटिया और गंदी मानसिकता की उपज - बजरंग दल*
*पी एफ आई की तुलना बजरंग दल से करना घटिया और गंदी मानसिकता की उपज - बजरंग दल*

रायपुर 04 मई 2023..कांग्रेस के कर्नाटक चुनावी घोषणापत्र में बजरंग दल की तुलना कर बजरंग को बैन करने की बात कही गई है। उसके अनुसरण में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री का बयान भी आया कि, "हमने बजरंगीयो को ठीक कर दिया है। हम भी छत्तीसगढ़ प्रदेश में बजरंग दल को बैन करने पर विचार करेंगे। प्रदेश के मुख्यमंत्री का यह बयान घोर आपतिजनक व अलोकतारिक है। उनके इस बयान के माध्यम से हमेशा की तरह का का हिन्दू विरोधी चेहरा फिर सामने आया है। बजरंग दल प्रदेश के मुख्यमंत्री कांग्रेस के इस बयान की घोर निंदा व भर्त्सना करता है।

कर्नाटक राज्य में हो रहे विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणा में दल और पी एफ आई पर बैन करने की बात कही है. उससे पहले पार्टी में जान से की सन् २०११-१२ केन्द्र मनमोहन सिंह जी कि सरकार भी तब भी पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी बजरंग दल पर बैन लगाने का प्रयास कि थी तब उनके प्रमुख सलाहकार के, एम. नारायणन जी ने गृह मंत्रालय से रिपोर्ट मंगाई थी और उस रिपोर्ट के आधार पर उन्होंने सोनिया जी को बजरंग दस मे बैन लगाने से मना किया था बजरंग दल शुद्ध रूप से हिन्दु सनातन धर्म और राष्ट्र हित मे काम करने वाला धार्मिक संगठन है, जो विश्व स्तरीय संगठन विश्व हिन्दु परिषद के मार्गदर्शन और नियमों के अनुसार काम करता है ज्ञात हो जब कांग्रेस की सरकार ने हमारे संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में बैन लगाया था और जब जब बैन हटा है. संघ एक बड़ी महाशक्ति के रूप में उभरा है और आज आर एस. एस. की शक्ति को पूरा विश्व जानता है. इसलिए किसी सज्जन शक्ति और धार्मिक देशभक्त संगठन को बैन करने की सोचना महापाप है. पी. एफ. आई. का नाम कधी बार, आतंकवादी गतिविधियों में और राष्ट्र विरोधी हिंसक वारदातों मे आता रहा है. पी एफ आई की तुलना बजरंग दल से करना पटिया और गंदी मानसिकता की उपज है आज तक किसी भी धर्म और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में बजरंग दल का नाम नहीं आया है बजरंग दल जब भी हिन्दू सनातन धर्म पर कोई आप आती है तो अपने जान की परवाह किये बिना अपने धर्म संस्कृति और राष्ट्र हित में तत्पर और तैयार रहता है. १९९० में पाया अमरनाथ की यात्रा जब आतंकवादी हमलों के कारण बन्द हुई तब बजरंग दल के सहासी नौजवानों ने यह पात्रा अपनी जान की परवाह ना करते हुए की. जब केन्द्र की कांग्रेस सरकार पवित्र रामसेतु को तोड़ने का पाप कर रही थी तब पुरे देशा में जनजागरण का काम किया है, आप भी कहीं लव जिहाद होता है, गी माता कल्लखाने जाती है या गौ माता का इलाज करना होता है मठ मंदिर टूटते है. या कहीं हिन्दू समाज का धर्मातरण होता है, कहीं हिन्दू समाज के खिलाफ अत्याचार होता है तब ऐसे अनेक कामों के लिए हिन्दू समाज के दाल के रूप में बजरंग दल खड़ा रहता है. ऐसे पवित्र और रामभक्त संगठन पर न लगाने की बात करने वालों को हिन्दू समाज कभी क्षमा नहीं करेगा और बैन की बात करने वालों को गंभीर परिणाम देखने को मिलेगा। श्री रामभक्त बजरंग बली की शक्ति को तो त्रैलोक्य विजेता रावण भी नहीं रोक पाया था तो आज के ये लोग क्या रोक पायेंगे, कर्नाटक चुनाव में हिन्दु समाज बजरंग दल बैन करने की बात कहने वाली पार्टी को सबक सिखायेगी।

माननीय मुख्यमंत्री को चाहिए की छत्तीसगढ़ में हो रहे अंधाधुन्द धर्मातरण पर रोक लगाये लव जिहाद तथा भूमिजिहाद पर रोक लगाये। छत्तीसगढ़ की शांत भूमि पर बड़े पैमाने पर जो रोहिग्याओं को बसाकर यहाँ का माहौल खराब करने पर रोक लगाये। श्री हनुमान की पूंछ पर आग लगाकर लंका दहन कोई नहीं रोक सकेगा। इन सब बातों का जवाब देना देश प्रदेश की जनता अच्छे से जानती हैं।