*कानून हाथ में लेने वाले कांग्रेसियों को ठीक करें भूपेश - नारायण चंदेल*
*भूपेश बघेल खड़गे की निंदा करें अन्यथा दिखावा बंद करें* *कांग्रेस तुष्टिकरण और धर्मांतरण की पैरोकार*
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि कांग्रेस ने कर्नाटक में बजरंग दल पर बैन लगाने की बात कह कर और बजरंग दल की तुलना पीएफआई से करके अपने बहुसंख्यक विरोधी चेहरे को उजागर कर दिया है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक चुनाव के लिए घोषणा पत्र जारी करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि बजरंग दल और पीएफआई को बैन करेंगे। जबकि पीएफआई केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के कारण 28 दिसंबर 22 से 5 वर्षों के लिए प्रतिबंधित है। जो संस्था पहले से प्रतिबंधित है उस पर बैन लगाने की बात कर परोक्ष रूप से यह कह रहे हैं कि बजरंग दल पर बैन हटाने कहें तो वह कहेंगे केंद्र पीएफआई से भी बैन हटाये। यही इनका तुष्टिकरण का एजेंडा है।
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि हम हमेशा कहते हैं कि कांग्रेस का मूल चरित्र बहुसंख्यक विरोधी है। वह राम का नाम सिर्फ और सिर्फ वोट लेने के लिए जपती हैं। छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार भी उसी वोट लेने की नीति के तहत समय-समय पर राम का नाम लेने का दिखावा करती है। अगर भूपेश बघेल सचमुच प्रभु श्री राम के भक्त हैं तो उन्हें मंगलवार के दिन बजरंगबली के भक्तों का अपमान करने वाले मल्लिकार्जुन खड़गे की निंदा करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में बजरंगियों पर कार्रवाई करने की बात कही है और कहा कि बजरंगी होने का मतलब यह नहीं है कि आप कानून हाथ में ले लेंगे। यह बात उन्हें अपने विधायक बृहस्पत सिंह को समझाना चाहिए। उन कांग्रेसियों को समझाना चाहिए, जिन्होंने जगदलपुर में थाने में घुसकर कल एक आईपीएस का कालर पकड़कर हाथापाई की। लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जो गलत हैं, उन्हें तो मुख्यमंत्री ठीक करने की जगह संरक्षण दे रहे हैं। बजरंगी तो पहले से ही ठीक हैं। रामकाज में लगे हैं। मुख्यमंत्री को उनसे तकलीफ क्यों हो रही है? मुख्यमंत्री की धमकी कांग्रेस के दोहरे मापदंड वाले असली चेहरे को स्पष्ट कर रही है।
कांग्रेस उसी नीति के तहत चाहे कवर्धा में भगवा ध्वज के अपमान की बात हो, नारायणपुर में धर्मान्तरित लोगों द्वारा आदिवासियों पर हमले की बात हो या बिरनपुर में भुनेश्वर साहू की हत्या की बात हो। सिर्फ पीड़ित हिंदू पक्ष पर ही कार्रवाई होती है। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि नारायणपुर में भाजपा अध्यक्ष रूपसाय सलाम लगभग 4 महीने से जेल में बंद हैं। बिरनपुर में भुनेश्वर साहू के परिजनों ने 40 से ऊपर लोगों के नाम लिखित में दिए हैं। परंतु कार्रवाई सिर्फ 11 लोगों पर हुई है और दूसरी तरफ इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने वालों को चुन चुन कर पुलिस झूठे मामले में फंसा रही है। उसके बाद भी भूपेश बघेल बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के ऊपर कार्यवाही करने की बात कह रहे हैं। उन्होंने कहा छत्तीसगढ़ की जनता भूपेश बघेल सरकार का असली चेहरा पहचान चुकी है।