महतारी एक्सप्रेस सेवा का बुरा हाल, गर्भवतियों की एंबुलेंस हुई खटारा: कोमल हुपेंडी, प्रदेश अध्यक्ष, आप

महतारी एक्सप्रेस सेवा का बुरा हाल, गर्भवतियों की एंबुलेंस हुई खटारा: कोमल हुपेंडी, प्रदेश अध्यक्ष, आप

महतारी एक्सप्रेस सेवा का बुरा हाल, गर्भवतियों की एंबुलेंस हुई खटारा: कोमल हुपेंडी, प्रदेश अध्यक्ष, आप

महतारी एक्सप्रेस सेवा का बुरा हाल, गर्भवतियों की एंबुलेंस हुई खटारा: कोमल हुपेंडी, प्रदेश अध्यक्ष, आप

5 सालों में 4 बार जारी हुए टेंडर, लेकिन सरकार और स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता के चलते सभी निरस्त: कोमल हुपेंडी, प्रदेश अध्यक्ष, आप

ज्यादातर महतारी एक्सप्रेस हुई कबाड़, भूपेश सरकार ने नहीं किए कोई सार्थक प्रयास: कोमल हुपेंडी, प्रदेश अध्यक्ष, आप

छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने प्रदेश की भूपेश सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। हुपेंडी ने कहा, गर्भवतियों को अस्पताल ले जाने के लिए शुरू की गई महतारी एक्सप्रेस (एंबुलेंस-102) के ज्यादातर वाहन अब लगभग कबाड़ होने की स्थिति में आ गए हैं। एबुंलेंस कंडम हो गई हैं। सभी गाड़ियों की उम्र तकरीबन 10 साल हो चुकी है। बावजूद इसके रोड पर दौड़ रही हैं और आए दिन गर्भवती महिलाओं को ले आने-ले जाने के दौरान बंद हो जाती हैं। जिससे गर्भवती महिलाओं और उनके परिजनों को समस्या का सामना करना पड़ता है। 

आलम यह है कि महतारी एक्सप्रेस की हालत इतनी खराब हो गई है कि कई बार समय से नहीं पहुंच पाती, जिससे जच्चा-बच्चा दोनों का खतरा बढ़ जाता है। लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश में अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने का दंभ भर रहे हैं। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और हैं। अधिकतर एंबुलेंस में ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं हैं। मेडिकल किट नहीं है, दवाइयां पूरी नहीं हैं। ज्यादातर सीटें फटी हैं। गर्भवती महिलाओं को लिटाने के लिए अच्छी व्यवस्था नहीं है। पिछले करीब 5 साल में 4 बार टेंडर हो चुके हैं, लेकिन प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता के चलते सभी निरस्त हो गए।

हुपेंडी ने भूपेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश की जनता को अपने हाल पर छोड़ दिया है। खुद चुनावी दौरे और भेंट मुलाकात कार्यक्रम में व्यस्त हैं। महतारी एक्सप्रेस की सेवाओं का टेंडर समाप्त होने के बावजूद सरकार ने इस दिशा में कोई सार्थक प्रयास नहीं किए हैं। उन्होंने कहा, प्रदेश के मुखिया बस हवाहवाई बातें करना जानते हैं। इनका हकीकत से दूर-दूर से कोई वास्ता नहीं है। प्रदेश की जनता को सिर्फ ठगने का काम किया गया। आज आलम यह है कि प्रदेश की जनता मूलभूत सुविधाओं के लिए भी परेशान है।