VLE और बैंक सखी अब हितग्राही मूलक योजनाओं का भुगतान सीधे हितग्राहियों के घरो में जाकर कर रहे है 

VLE और बैंक सखी अब हितग्राही मूलक योजनाओं का भुगतान सीधे हितग्राहियों के घरो में जाकर कर रहे है 

VLE और बैंक सखी अब हितग्राही मूलक योजनाओं का भुगतान सीधे हितग्राहियों के घरो में जाकर कर रहे है 


बलरामपुर जिले के दूरस्थ इलाको में बैंकिंग सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से जिला प्रशासन की पहल पर इन दिनों बैंक सखी और VLE अलग अलग पहुँचविहीन क्षेत्रों वाले इलाकों में घर घर जाकर बैंकिंग सुविधा प्रदान कर रहे है,जिससे ग्रामीणों को बैंक की सुविधाएं उनके घरो में ही मिल पा रही है ।

 दरअसल हम बात कर बलरामपुर जिले के ऐसे दूरस्थ इलाकों की जहाँ से बैंक काफी दूर है और वहाँ तक पहुचने के लिए ग्रामीणों को काफी मशक्कत भी करनी पड़ती है ,,लेकिन अब जिला प्रशासन की पहल पर ऐसे दूरस्थ क्षेत्रों में बैंक सखी और VLE के माध्यम से बैंक की सेवाएं खुद हितग्राहियों के घरों तक पहुँच रही है ,,तस्वीरों में ये जो महिला दिख रही है उनका नाम भावित्री सोनवानी है और ये मूलतः सामरी गांव की रहने वाली है जो कि NRLM के बिहान योजना से जुड़कर बैंक सखी का काम करती है ,,और भावित्री क्षेत्र के ऐसे दूरस्त गांव में जाकर अपनी सेवा दे रही है जहाँ पर पैदल ही पहुचा जा सकता है और यहाँ से बैंक की दूरी करीब 8 किलोमीटर की है ,,लेकिन बैंक सखी अब गांव में घर घर जाकर पेंसन, मजदूरी,का भुगतान कर रही है ,इसके अलावा आयुष्मान कार्ड बनाने का काम भी बैंक सखी द्वारा किया जा रहा है ,,जिससे ग्रामीणों को अब बैंक की सुविधाएं उनके घरों में ही मिल पा रही है जिससे ग्रामीणों को बैंक की दूरी अब तय करनी नही पड़ रही है,,जिससे ग्रामीण काफी खुश है और बैंक सखी के कार्यों की तारीफ ग्रामीण खुद कर रहे है ।

वही जिले के सरहदी क्षेत्र चुन चुना और पुनदांग जो कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र भी रहा है और यह क्षेत्र झारखंड की सीमा से लगा हुआ है ,यहाँ से बैंक की दूरी करीब 50 किलोमीटर पर है और बैंकिंग सेवाओं के लिए ग्रामीणों को लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी ,,लेकिन चुन चुना गांव के रहने वाले मोहर साय जो कि कामन सर्विस सेंटर से जुड़कर  VLE का काम करते है ,,मोहर साय ने बताया कि उनके द्वारा क्षेत्र के करीब दो तीन गांव के ग्रामीणों को उनके द्वारा गांव गाँव मे जाकर ही बैंकिंग सेवा दे रहे है ,जिसमे मजदूरी भुगतान ,पेन्सन भुगतान के अलावा पैसो का लेन देन और आयुष्मान कार्ड के साथ साथ आधार कार्ड बनाया जाता है ,,हालांकि उनके क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क की कमी होने के कारण उनके द्वारा जंगल और पहाड़ों में जाकर जहाँ पर मोबाइल नेटवर्क उपलब्ध हो पाता वही पर उनके द्वारा ग्रामीणों को बैंकिंग के सेवाएं दी जा रही है ,,जिससे ग्रामीण भी अब बैंक जाने से बच रहे है और ग्रामीणों को अब उनके घरो में ही बैंकिंग की सुविधाएं मिल पा रही है ,जिससे अब ग्रामीण भी मोहर साय के कामो की तारीफ करते हुए नजर आ रहे है ।

वही VLE और बैंक सखी के कामो की तारीफ खुद जिला पंचायत की सीईओ रैना जमील ने की है और उन्होंने बताया है की जिले के ऐसे दूरस्थ क्षेत्र जहाँ पर बैंक की सुविधा नही है उन क्षेत्रों में ग्रामीणों को उनके घरों तक शासन की योजनाओं को पहुचाने के लिए VLE और बैंक सखी इन दिनों हितग्राहियों के घरो पर जाकर अपनी सेवाएं दे रहे है ,जिससे पहुँच विहीन क्षेत्रों में रहने वाले ग्रामीणों को अब बैंक जाने की मशक्कत नही करनी पड़ रही है और VLE और बैंक सखी अब हितग्राही मूलक योजनाओं का भुगतान सीधे हितग्राहियों के घरो में जाकर कर रहे है