*छत्तीसगढ़ में अखिल भारतीय वाक श्रवण संस्थान खोलने, बृजमोहन ने लिखा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को पत्र।*
आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के मूक, बाधिर बच्चों के पुनर्वास एवं सामान्य बच्चों के साथ पढ़ाई लिखाई कर पाने योग्य क्षमता सम्पन्न बनाने हेतु...
रायपुर/20/04/2023/ पूर्व मंत्री एवं विधायक बृजमोहन अग्रवाल बृजमोहन अग्रवाल ने केंद्रीय स्वास्थ एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ में अखिल भारतीय वाक श्रवण संस्थान (All India Institute of speech and Hearing. (AIISH)) की स्थापना करके का आग्रह किया हैं।
अपने पत्र में बृजमोहन ने कहा कि छत्तीसगढ़, देश की सबसे तेजी से विकसित होने वाले राज्यों में से एक है। यहाँ शिक्षा, स्वास्थ्य एवं व्यापार के उद्देश्य से प्रदेश के सीमावर्ती राज्यों यथा विदर्भ महाराष्ट्र, तेलंगाना, उडिसा, आंध्रप्रदेश, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, झारखंड से हजारों लोगों का आवागमन निरंतर होता रहता है।
आज भी राज्य की 75 प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करतें है। एक बड़ी आबादी को शिक्षा व स्वास्थ्य के लिए जूझना पड़ता है। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के मूक, बाधिर बच्चों के पुनर्वास एवं सामान्य बच्चों के साथ पढ़ाई लिखाई कर पाने योग्य क्षमता सम्पन्न बनाने हेतु छत्तीसगढ़ में अखिल भारतीय वाक श्रवण संस्थान की स्थापना अति आवश्यकता है। इस संस्थान की स्थापना से ईलाज के साथ साथ डिग्री कोर्स भी संचालित किया जा सकेगा।