*तिल्दा में तारे जमी पे को हकीकत में बदला चिल्ड्रन्स रिसर्च इंटरनेशनल ई सी डी सेंटर ने*
बच्चों के संपूर्ण विकास एवं पढाई के लिए चिल्ड्रन्स रिसर्च इंटरनेशनल ई सी डी सेंटर संचालित है ।जहाँ पर बच्चों की समस्या का निवारणकर पढाई करायी जाती है ।
तिल्दा 28 मार्च 2023..तिल्दा में तारे जमी पे एक दशक पहले तारे जमी पे मूवी आई थी जो एक समस्याग्रस्त बच्चा पर आधारित थी जिसके समस्या को टीचर एवं उनके पालक नहीं समझ पा रहे थे और एक शिक्षक आकर उनके समस्या का निवारण निवारण कर पढाई कराके तारे जमी पे बनाता है । ठीक इसी तरह कार्य तिल्दा में हो रहा है। जो बच्चों के लिए काफी लाभदायक है । बच्चों के संपूर्ण विकास एवं पढाई के लिए चिल्ड्रन्स रिसर्च इंटरनेशनल ई सी डी सेंटर संचालित है ।जहाँ पर बच्चों की समस्या का निवारणकर पढाई करायी जाती है । बच्चों की समस्या जैसे पढ पाने में असमर्थ बोल पाने में असमर्थ लिखने की हैण्ड राइटिंग की समस्या बोली भाषा की समस्या सही उच्चारण करने की समस्या हो या ऑटिज्म से विकार के कारण बच्चे गुमसुम सा रहता है ।सभी अच्छे से रिकवर होने के साथ ही पढाई करने लगे है । यहाँ पर अब दूसरे प्रदेश से भी पालक काऊसलिग कराने पहुंच रहे है वही विदेश से अमेरिका फ्रांस पेरिस चीन रूस के पालक ऑनलाइन काऊसलिग का लाभ ले रहे है। संस्था के सीईओ राजेन्द्र वर्मा ने बताया कि स्कूलों में टीचर सिर्फ़ पालक के सामने बच्चे का समस्या को गिना देते है और बता देते है । कैसे उन समस्या का निवारण कर पढाई कराना है नहीं बताते । यही हमारी एजुकेशन सिस्टम की बडी कमजोरी है । हमारी संस्था सभी बच्चों को यूनिक मानकर उनके अंदर के विकार को दूर करके बच्चों का शारीरिक मानसिक और बौद्धिक विकास करते है। बच्चों के लिए प्रथम 6 साल बहुत ही महत्वपूर्ण होते है और बच्चों के विकास के लिए उपयुक्त समय होते है। बच्चों को इसी सालों में ईसीडी सेंटर में पढने एवं सीखने के लिए भेजना चाहिए ताकि बच्चों के विकास अर्ली चाइल्डहुड एजुकेटर एवं बाल मनोविज्ञान काऊसलर के द्वारा गुणवत्ता शिक्षा विकास हो सके । यहाँ पर मिडब्रैन एक्टीवेशन एवं राइट ब्रैन का उपयोग से बच्चों में आई क्यू लेबल का 25% का अतिरिक्त विकास होता है।