*कांग्रेस नेताओं पर मुकदमा दर्ज करने भाजपा ने निकाला पैदल मार्च*
*24 घंटे में कांग्रेस नेताओं को नोटिस जारी किया जाये- चंदेल* *नंदकुमार बघेल, मंत्री लखमा, अमरजीत सहित कई नेताओं की शिकायत* *भाजपा कार्यकर्ताओं ने थाने में चिपकाए कांग्रेस भवन के पोस्टर*
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं विधायक शिवरतन शर्मा,पूर्व मंत्री भाजपा प्रवक्ता राजेश मूणत , रायपुर संभाग प्रभारी एवं विधायक सौरभ सिंह के नेतृत्व में आज भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर से पैदल मार्च निकालकर सिविल लाइन थाने में शिकायत पत्र देकर भाजपा ने कांग्रेस के नेताओं और मंत्रियों के विरुद्ध हेट स्पीच के लिए नोटिस जारी करने की मांग की। भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर कांग्रेस के इशारे पर भाजपा कार्यकर्ताओं पर झूठे आरोप के तहत नोटिस जारी किए जाने के विरोध स्वरूप सिविल लाइन थाने में कांग्रेस भवन के पोस्टर भी चस्पा कर दिए। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने पुलिस को चेतावनी दी है कि जिन कांग्रेसी नेताओं के विरुद्ध शिकायत की है, उन्हें 24 घंटे के अंदर नोटिस जारी किया जाए। ऐसा नहीं किए जाने पर भाजपा बड़े स्तर पर आंदोलन करेगी।
भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल, मंत्री अमरजीत भगत, मंत्री कवासी लखमा, संसदीय सचिव शकुंतला साहू, कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह, धनंजय सिंह ठाकुर, जयवर्धन बिस्सा द्वारा किए गए आपत्तिजनक बयानों का हवाला देते हुए उनके विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज किए जाने की मांग की। भाजपा का कहना है कि हेट स्पीच के मामले में पुलिस का दोहरा चरित्र सामने आ रहा है। आखिर हेट स्पीच की परिभाषा क्या है? अगर सत्ताधारी दल के लोग भाजपा नेताओं के विरुद्ध आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करें तो वह हेट स्पीच के दायरे में नहीं आती जबकि भाजपा की ओर से कोई भी आपत्तिजनक बयान न देने के बावजूद भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं के विरुद्ध हेट स्पीच के बहाने नोटिस जारी किया जा रहा है। कांग्रेस के नेताओं को बेहद आपत्तिजनक बयान देने पर भी पुलिस कोई संज्ञान नहीं लेती। क्या हेट स्पीच सत्ताधारी दल के लोगों पर लागू नहीं होती? छत्तीसगढ़ में यह कैसा दोहरा मापदंड कांग्रेस की सरकार में चल रहा है। यदि कांग्रेस के नेताओं पर कार्यवाही नहीं की गई, उन्हं नोटिस जारी नहीं किया गया तो भाजपा पूरे प्रदेश में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगी।
प्रदेश भाजपा ने पुलिस को सौंपे शिकायत पत्र में सप्रमाण कहा कि नंदकुमार बघेल द्वारा अपने फेसबुक पेज में सदैव हिंदू धर्म की मान्यताओं के विरुद्ध अभद्र वक्तव्य प्रसारित कर समाज के लोगों की भावनाओं को आहत किया जाता है। उन्होंने हिरण्याक्ष की कपोल कल्पित कथा का उल्लेख किया। इसमें कहा गया कि हिरण्याक्ष के आठवीं बार तेहरान पर आक्रमण के समय ब्राह्मण लोग मार डाले। उन्हें सुरा सुंदरी के द्वारा फंसा दिया गया और जहर देकर मार दिया गया। इस तरह उन्होंने हिंदू मान्यताओं का अपमान किया।
पत्र में कहा गया कि कवासी लखमा कैबिनेट मंत्री हैं। 22/12/2022 को कवासी लखमा के द्वारा सार्वजनिक रूप से प्रदेश की तत्कालीन राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके के विरुद्ध अभद्र टिप्पणी करते हुए कहा गया कि आरएसएस और बीजेपी की राजनीति में राज्यपाल नाच रही है। कवासी लखमा का सार्वजनिक वक्तव्य हेट स्पीच की श्रेणी में आता है।
शिकायत पत्र में कहा गया कि मंत्री अमरजीत भगत द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के विरुद्ध अभद्र टिप्पणी करते हुए उन्हें मोटा संबोधित करते हुए कहा गया कि जो 15 साल तक माल खाया हो वह मोटया। अमरजीत भगत ने जानबूझकर राजनीतिक द्वेष वश सार्वजनिक रूप से दिया यह बयान हेट स्पीच की श्रेणी में आता है।
पत्र में कहा गया कि कसडोल विधायक शकुंतला साहू ने नवंबर 20 22 में कसडोल में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान अभद्र टिप्पणी करते हुए छत्तीसगढ़ में दूसरे प्रांत से आए लोगों को परदेसिया बताते हुए कहा कि परदेसिया लोगों के तलवे चाट रहे थे और अब मेरा विरोध कर रहे हो। कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर हर समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के सम्मानित एवं संवैधानिक पदों पर आसीन नेताओं के विरुद्ध अपने फेसबुक अकाउंट एवं अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से अभद्र टिप्पणी कर रहे हैं। दिनांक 8 अप्रैल 2023 को उन्होंने एक पोस्ट जारी किया जिसमें उल्लेखित किया गया कि मोदी चोर है बोलने से अंध भक्तों और मोदी को मिर्ची लग गई लो अब कर लो बात एक और मोदी आठ हजार करोड़ लेकर रफूचक्कर हो गया। इसी प्रकार 8 अप्रैल 20 23 को ही धनंजय सिंह ठाकुर द्वारा फेसबुक पेज में एक चित्र प्रकाशित किया गया जिसमें गौतम अडानी के साथ भाजपा के विभिन्न नेताओं के कार्टून प्रदर्शित करते हुए उल्लेखित किया गया कि सबका मालिक एक है।
कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने 31 अक्टूबर 20 22 को आज तक चौनल की मोरबी पुल हादसे पर पीएम मोदी ने जताया दुख शीर्षक से प्रसारित प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के चित्र सहित संलग्न करते हुए अपने फेसबुक अकाउंट में नीच आदमी टिप्पणी की है। इसी तरह जयवर्धन बिस्सा ने छत्तीसगढ़ के विभिन्न सांसदों को ढूंढने के लिए कहा।
उपर्युक्त व्यक्तियों के द्वारा सार्वजनिक रूप से हिंदू धर्म, विभिन्न सामाजिक वर्गों, हिंदू आस्था, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और संवैधानिक पदों पर आसीन व्यक्तियों के विरुद्ध टिप्पणी करते हुए समाज के विभिन्न वर्गों के मध्य उन्माद फैलाने का प्रयास किया गया जो स्पष्ट रूप से हेट स्पीच की श्रेणी में आता है तथा भारतीय दंड संहिता के प्रावधानों के अधीन दंडनीय अपराध है। इन के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध किया जाकर विधि अनुसार कार्रवाई करें।
*मुख्यमंत्री तानाशाही पर आमादा : नारायण चंदेल*
पैदल मार्च में पत्रकारों से बातचीत करते हुए नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा की साजा के बिरनपुर में घटित वीभत्स घटना का मुखर होकर उसका विरोध करना प्रमुख विपक्ष दल होने के नाते हमारा अधिकार और नैतिकता दोनों है और यदि काँग्रेस और पुलिस दोनों की नजर में यह गैरकानूनी है तो सुन लो तानाशाह मुख्यमंत्री, हम बार बार इस तरह कानून तोड़ेंगे लेकिन प्रताड़ित जनता की आवाज बनने का कार्य हम बार बार करेंगे। मैं प्रदेश के मुख्यमंत्री और लापता गृहमंत्री से आज आप सब के माध्यम से कहना चाहता हूँ कि जेल की दीवारें ऊंची कर लो क्योकि अब इस निर्दयी सरकार के विरोध की आवाजें प्रदेश के कोने कोने से आएंगी।
भाटापारा विधायक वरिष्ठ भाजपा नेता शिवरतन शर्मा ने कहा कि किसी भी भाजपा कार्यकर्ता को डरने की कोई जरूरत नहीं है। मर्यादा में रहकर हर मंच से मुखर विरोध करें। प्रदेश भाजपा के एक एक नेता कार्यकर्ता आपके साथ खड़ा है। हम मिलकर इस अराजक सरकार को जड़ मूल सहित उखाड़ फेकेंगे। हमारा तो इतिहास रहा है तानाशाहों सत्ता के मतवारो से टकराना। वो हमें 2-4 एफआईआर से क्या डराएंगे।
*हम ऐसे हथकंडों से डरने से रहे - राजेश मूणत*
पूर्व मंत्री व प्रदेश भाजपा प्रवक्ता राजेश मूणत ने कहा कि हमने आपातकाल जैसा क्रूर और प्रतिकूल समय देखा है फिर भी हम कभी डरे नहीं तो अब अघोषित आपातकाल लगाकर सरकार चलाने वाली प्रदेश कीकांग्रेस सरकार से कैसे डर जाएँगे। यदि काँग्रेस सरकार में नैतिकता होती और वह नफरती भाषण के खिलाफ कार्यवाहियां करने का मन रखती तो उन कांग्रेसियों पर भी कार्यवाही करती जिन्होंने नफरत फैलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। जिस पुलिस विभाग को गुंडों , चाकूबाजों , नशे के व्यापारियों और माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही करके अपना फर्ज निभाना चाहिए, वह कांग्रेस सरकार की एजेंट की तरह कार्य कर रही है यह शर्मनाक और हास्यास्पद है ।
जिला भाजपा अध्यक्ष जयंती पटेल ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री और कांग्रेस यदि इस मुग़ालते में हैं कि आपके अलोकतांत्रिक फैसलों और पुलिस के दुरुपयोग से भाजपा कार्यकर्ता डर जाएगा तो आज ही इस भ्रम को दूर कर लीजिए। भाजपा कार्यकर्ता घोषित आपातकाल के वक्त नहीं डरे और कांग्रेस की तत्कालीन तानाशाही सरकार का डट कर सामना किया तो आपके अघोषित आपातकाल से कैसे डर जाएंगे। तब भी लड़े थे और जीते थे। अब भी लड़ रहे हैं और निश्चित ही जीत सच्चाई की होगी।
इस दौरान पूर्व मंत्री राजेश मूणत, रायपुर संभाग प्रभारी व विधायक सौरभ सिंह, विधायक शिवरतन शर्मा, सरगुजा संभाग प्रभारी संजय श्रीवास्तव, प्रदेश कार्यालय प्रभारी नरेश चंद्र गुप्ता, कोषाध्यक्ष नंदन जैन, प्रवक्ता दीपक म्हस्के, केदार गुप्ता, नलिनीश ठोकने, प्रदेश मंत्री किशोर महानंद, प्रदेश सह मीडिया प्रभारी अनुराग अग्रवाल, रायपुर शहर जयंती भाई पटेल, नेता प्रतिपक्ष नगर निगम रायपुर श्रीमती मीनल चौबे, पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी मीडिया विजय शंकर मिश्रा, जयप्रकाश चंद्रवंशी, छगनलाल मुदड़ा, राजीव अग्रवाल, भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष रवि भगत, जिला महामंत्री सत्यम दुआ, अकबर अली, बजरंग खंडेलवाल, जिलाध्यक्ष महिला मोर्चा सीमा संतोष साहू, मृत्युंजय दुबे, सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी उपस्थित रहे।