गोरना पहली बरसी के रूप में 12 जून से 13 जून तक सात सूत्रीय मांगों को लेकर जारी
गोरना पहली बरसी के रूप में 12 जून से 13 जून तक सात सूत्रीय मांगों को लेकर जारी
गोरना पहली बरसी के रूप में 12 जून से 13 जून तक सात सूत्रीय मांगों को लेकर जारी
बीजापुर जिला के अतिसंवेदनशील क्षेत्र में मनाया जा रहा 1 वर्ष का वर्षगांठ,
वर्षगांठ मे हजारों की तादाद में ग्रामीण रहें मौजूद
मूलवासी बचाओ मंच गोरना के बैनर तले कार्यकर्ताओ ने सभा को संबोधित किया
अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर आज भी गोरना मनकेली के आदिवासी बैठे हैं आंदोलन पर,
सरकार द्वारा लगातार उपेक्षा का शिकार होते हुए आदिवासी मजबूरन अपने आंदोलन को सरकार तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं,
स्वास्थ्य केंद्र आंगनबाड़ी केंद्र, स्कूल तथा प्रत्येक प्रकार के मांगों को लेकर के 1 साल बैठे हुए हैं
बीजापुर जिला मुख्यालय से सटा हुए गांव मनकेली में 40 ग्राम पंचायत के ग्रामीण इकट्ठा होकर 7 सूत्री मांग को लेकर धरने पर बैठे....पर्यावरण की रक्षा, जल जंगल जमीन , पेशा कानून लागू करने समेत, महिलाओं पर अत्याचार करना बंद करने को लेकर हजारों आदिवासी ग्रामीण दो दिवसी आंदोलन कर रहें है ...ग्रामीणों की मांग पूरा नहीं होने पर आगामी विधान सभा चुनाव बहिष्कार करने की भी चेतवानी दी...
एकर:-- बीजापुर जिला मुख्यालय के महज 7 किलोमीटर दूर गोरना गांव में जो आदिवासियों को भीड़ दिखाई दे रहा है यहां न मेला या न कोई जश्न ये सब अपनी बुनियादी मांगो को लेकर एक वर्ष से आदिवासी ग्रामीण आंदोलन पर बैठे हैं आदिवासी ग्रामीणों का कहना है बगैर ग्राम सभा गांव में कोई भी विकास कार्य न हो । आंदोलनकारी ने बताया कि सड़क, पुलिया जैसे बुनियादी सुविधा के साथ महिला बच्चे युवतियों पर अत्याचार ना हो, सोते हुए ग्रामीणों को घर लेजकर जेल में ना डालें , सरकार एयर स्ट्राइक न करने के साथ आदिवासी ग्रामीण आंदोलन कर रहें है। आदिवासी मूल बचाओ मंच के कार्यकर्ताओं का कहना आज तक कोई भी स्थानीय नेता व सरकार से समस्या जानने नही आए अगर सरकार हमारी मांगों पूरी नही करती है आने वाले विधान सभा चुनाव को बहिष्कार करने की बात कही...