ग्राम पंचायत मंगोरा मे मुख्यमंत्री सुगम सड़क योजना के द्वारा स्वीकृत सड़क का निर्माण किए बगैर ही ठेकेदार, इंजीनियर, अधिकारियों के द्वारा राशि आहरण किये जाने का मामला
ग्राम पंचायत मंगोरा मे मुख्यमंत्री सुगम सड़क योजना के द्वारा स्वीकृत सड़क का निर्माण किए बगैर ही ठेकेदार, इंजीनियर, अधिकारियों के द्वारा राशि आहरण किये जाने का मामला
ग्राम पंचायत मंगोरा मे मुख्यमंत्री सुगम सड़क योजना के द्वारा स्वीकृत सड़क का निर्माण किए बगैर ही ठेकेदार, इंजीनियर, अधिकारियों के द्वारा राशि आहरण किये जाने का मामला सार्वजनिक होने के बाद ठेकेदार द्वारा ग्राम मंगोरा में आनन फानन में गुणवत्ता विहीन सड़क निर्माण को भाजपाइयों ने पहुंच कर रुकवाया।
बता दे की जनपद पंचायत खड़गवां के अंतर्गत ग्राम पंचायत मंगोरा में मुख्यमंत्री सुगम सड़क योजनांतर्गत मेसर्स ज्योति केसरवानी को बबलू घर से प्राइमरी स्कूल मंगोरा तक 18.82 लाख राशि का अप्रोच रोड बनाने का टेंडर आईडी CG0R18900, इसके साथ ही मेसर्स नमन फलाई ऐष ब्रिकस इंडस्ट्रीज को प्राईमरी स्कूल पटपरिहा मंगोरा में एप्रोच रोड लागत राषि 17.61 लाख टेंडर आईडी CGeR19048 प्राप्त हुआ था। दोनों ही ठेकेदारों को सड़क निर्माण के लिए स्वीकृत संपूर्ण राशि का भुगतान विभाग द्वारा बीते वर्ष ही बिना भौतिक सत्यापन किए प्रदान कर दिया गया। लेकिन ग्राम पंचायत मंगोरा में एक ही सड़क का निर्माण कराया जा कर दूसरे सड़क की राशि बिना सड़क निर्माण कराए ही आहरण कर लिया गया है। इस तरह से ठेकेदार, इंजीनियर व संबंधित अधिकारियों के द्वारा मिलकर धोखाधड़ी एवं फर्जी कार्य दिखाकर राशि का आहरण कर लिया गया है। इस पूरे मामले की खबरे अखबारों और मीडिया में प्रकाशित होने के बाद ठेकेदार के द्वारा आनन फानन में ग्राम मंगोरा में पिछले 3 दिन पहले रोड़ निर्माण का 40 एमएम गिट्टी, डस्ट, राखड़ और खराब सिमेंट से एक वर्ष पहले जिस सड़क का भुगतान किया गया था उसका निर्माण किया जा रहा है, जो कि पूर्ण रूप से निर्धारित मानको के विपरीत गुणवत्ता विहीन ही कराया जा रहा है। जिसकी सूचना मिलने पर भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष रेणुका सिंह, जनपद अध्यक्ष सोनमती उर्रे, भाजपा जिला मंत्री अरुणोदय पाण्डेय, भाजयुमो जिला प्रभारी गोमती दिवेदी, भाजपा खड़गवां मंडल अध्यक्ष रामलाल साहू, महामंत्री धरमपाल सिंह सहित भाजपा कार्यकर्ताओं व ग्रामिणजनो द्वारा दिनांक 11 जून 2023 को मौके पर पहुंच कर जांच की मांग कर धरने पर बैठे गए। जिसके बाद खड़गवां एसडीएम ने तहसीलदार खड़गवां खलखो को मौके पर भेजकर पंचनामा बनाकर जांच होने तक कार्य रोकने का आदेश दिया गया था। लेकिन 11 जून की रात ही ठेकेदार द्वारा पुनः कार्य प्रारम्भ कर दिया गया। इस पूरे मामले में भाजपाइयों का कहना है की यह अपने आप में अभी तक की पहली घटना है जिसमे बिना काम किए भुगतान राशि प्राप्त कर ली गई हो। इस तरह का कार्यो पर त्वरित जांच कर सभी के ऊपर एफआईआर दर्ज किया जाना चाहिए। साथ ही निर्धारित मापदंडों के हिसाब से सड़क का पुनः निर्माण कराए जाने की मांग की गई।
इस मामले पर भाजपा ने कलेक्टर एमसीबी नरेंद्र दुग्गा को ज्ञापन सौंपकर मांग किया है की शासन के साथ हो रहे इस प्रकार के धोखाधड़ी के कार्य पर त्वरित जांच कराया जाकर संबंधित ठेकेदार सहित विभागीय इंजीनियर व अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज कराया जाये अन्यथा ठेकेदारों और अधिकारियों के हौसले इस तरह के भ्रष्टाचार के लिए और भी ज्यादा बुलंद होंगे।