लजीज व्यंजन: रेखचंद्र जैन ने दंतेवाड़ा के मिलेट कैफे को सराहा
लजीज व्यंजन: रेखचंद्र जैन ने दंतेवाड़ा के मिलेट कैफे को सराहा वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख कृषि विज्ञान केन्द्र दंतेवाड़ा, डिप्रेशन बंजारा
लजीज व्यंजन: रेखचंद्र जैन ने दंतेवाड़ा के मिलेट कैफे को सराहा
दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय के नगर पालिका के पास मिलेट कैफे संचालित किया गया हैं। इस कैफे में रागी, कोदो, कुटकी जैसे मोटे अनाजों से बने लजीज व्यंजन परोसे जाते हैं। इसमें स्वाद के साथ सेहत की जुगलबंदी होती है। इस कैफे को जिले के पहले मिलेट कैफे है, जिसके संचालन का जिम्मा पूरी तरह युवाओं के हाथों में है।
कैफे संचालित रंजना सिंह से कहा कि जब बस्तर के दंतेवाड़ा जाने का मौका मिले तो हमारे मिलेट कैफे आकर यहां के व्यंजनों का आनंद जरूर उठाएं। इस कैफे में रागी से बने पास्ता, चीला, इडली, मंचूरियन, मोमोज, पिज्जा, नूडल, दोसा का स्वाद लिया जा सकता है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में रागी, कोदो, कुटकी जैसे मोटे अनाजों और लघु धान्य फसलों की पैदावार बढ़ाने, इनकी खरीदी की अच्छी व्यवस्था सुनिश्चित करने और इनकी प्रोसेसिंग कर इन्हें शहर के बाजारों तक पहुंचाने के लिए मिशन-मिलेट शुरू किया गया है। राज्य सरकार ने कोदो, कुटकी और रागी का समर्थन मूल्य तय करने के साथ-साथ राजीव गांधी किसान न्याय योजना के दायरे में इन्हें भी शामिल किया है। इस कैफे में कृषि विज्ञान केंद्र दंतेवाड़ा का अहम योगदान हैं वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डिप्रोशन बंजारा ने कहा जिले का पहला मिलेट कैफे है जिसका जिम्मेदारी खुद KVK तय कर युवाओं को सौंपा हैं अब जिले के युवा और किसानों को इस मिलेट कैफे से सीधे लाभ़ मिलेगा
लोकेशन- दंतेवाड़ा
फार्मेट- avbb