जूते के रेक में बैठा था कोबरा साप, रेस्क्यू टीम ने किया रेस्क्यू...

मौसम का मिजाज़ बदलते ही ज़मीन में रेंगने वाली मौत का निकलने का सिलसिला शुरू हो गया हैं तो कहीं किचन के फ्रीज़ के निचे तो कहीं बैडरूम में तो कहीं सोफे में निकलने की खबरें आते रहती हैं।

जूते के रेक में बैठा था कोबरा साप, रेस्क्यू टीम ने किया रेस्क्यू...

मौसम का मिजाज़ बदलते ही ज़मीन में रेंगने वाली मौत का निकलने का सिलसिला शुरू हो गया हैं तो कहीं किचन के फ्रीज़ के निचे तो कहीं बैडरूम में तो कहीं सोफे में निकलने की खबरें आते रहती हैं।

ऐसा ही मामला फिर बीती रात देखने को मिला, रात्रि के 11.30 बजे आज़ाद नगर बरमपुर में रहने वाले नीरज ठाकुर का परिवार उस वक्त डर गया जब आचनक से जूते के रेक पर एक कोबरा सांप को बैठे देखा, डरा सहमा परिवार बिना देरी किए इसकी जानकारी वाइल्डलाइफ रेस्क्यू टीम के अध्यक्ष वन विभाग सदस्य जितेन्द्र सारथी को दिया, जिसके तुरंत बाद सारथी ने अपने टीम मेंबर सुभम निसाद को रवाना किया, थोड़ी देर पश्चात मौके स्थल पर पहुंचे टीम के सदस्य ने बड़ी सावधानी से जूते के रेक को हटाया और कोबरा का रेस्क्यू कर डिब्बे में बंद किया तब जाकर घर वालों ने राहत भरी सास ली।

जितेन्द्र सारथी ने बताया अलग अलग क्षेत्र से रात में लगातार रेस्क्यू काल आ रहें, वैसे ही बीती रात भी भैसमा में कोबरा, अखरापाली में कोबरा, एसबीएस कॉलोनी में दण्ड करैत, पोड़ीबहार में अजगर,,राजस्व कॉलोनी में दण्ड करैत इस तरह वाइल्डलाइफ रेस्क्यू टीम के सदस्यों द्वारा रात 3.30 बजे तक रेस्क्यू किया गया फिर सभी को एक एक कर आस पास के सुरक्षित जंगलों में छोड़ दिया गया, सभी परिवारों ने वाइल्डलाइफ रेस्क्यू का धन्यवाद ज्ञापित किया।

जितेन्द्र सारथी ने बताया हमें ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों से जिस तरह से रेस्क्यू कॉल आ रहे उससे यही लगता हैं की लोगों में बहुत ज्यादा जागरूकता आई हैं जो एक अच्छी बात हैं, हमें वन्य पशु, पक्षी और सरीसृप के रेस्क्यू कॉल लगातार आते हैं और हमारा प्रयास भी यहीं रहता हैं की जिले के कोने कोने तक पहुंचे और लोगों की मदद करें, हम इन जीवों के साथ लोगों को भी बचाने में लगे हुए हैं, आम जन हमारे हेल्पलाइन नंबर पर किसी भी समय फोन कर के सूचना दे सकते हैं।