*होली के पावन त्योहार पर भी किसान सत्याग्रह दृढ़ संकल्प के साथ जारी रहा*
विश्व धरोहर सिरपुर बचाने 377वें दिन किसान सत्याग्रह जारी,होली के पावन त्योहार पर किसान सत्याग्रह दृढ़ संकल्प के साथ जारी रहा अनवरत सत्याग्रह राष्ट्रीय किसान आंदोलन के समकक्ष पहुँचा,किसान आंदोलन राज्य आंदोलनकारियों के सफल नेतृत्व में राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाने जा रहा है सत्यमेव जयते,माननीय उच्च न्यायालय के फैसले का इंतजार,विधायक विनोद सेवन चंद्राकर की दलाली से क्षेत्र के किसान मजदूर हो रहे हैं बेहाल विधायक विनोद सेवन चंद्राकर हटाओ,सिरपुर महासमुन्द बचाओ किसानों का चलाया गया अभियान विधायक को हटाते तक जारी रखेंगे - किसान मोर्चा
रायपुर 09 मार्च 2023।विश्व धरोहर सिरपुर बचाने,विधायक विनोद चंद्राकर की दलाली से क्षेत्र के किसान मजदूर हो रहे हैं बेहाल विधायक हटाओ सिरपुर महासमुन्द बचाओ किसानों का चलाया गया अभियान विधायक को हटाते तक जारी रखेंगे,हाईवे स्थित खैरझिटी, कौंवाझर,मालिडीह के कृषि भूमि,गरीबों का क़ाबिल कास्त भूमि,आदिवासी भूमि,वन भूमि, शासकीय भूमि में गैर कानूनी ढंग से निर्माणाधीन करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट लगने के विरोध में विगत 25 फरवरी 2022 से अंचल के किसानों द्वारा छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले अखन्ड धरना सत्याग्रह चल रहा है।आज अखन्ड सत्याग्रह के 377 वें दिन 43 किसान,जवानों ने भाग लिया।आज होली त्योहार के उपलक्ष्य में सत्याग्रह स्थल पर सत्याग्रहियों द्वारा होली मनाया गया।आज अखंड धरना सत्याग्रह का नेतृत्व राज्य आंदोलनकारी आदिवासी किसान नेता अशोक कश्यप,दशरथ सिन्हा, डेविड चंद्राकर,बिषरू ध्रुव, बोधन यादव,तोषण सिन्हा,धर्मेंद्र यादव, लीलाधर पटेल ने किया।अखंड धरना सत्याग्रह में शामिल कार्यकर्ताओं को राज्य आंदोलन कारी आदिवासी किसान नेता अशोक कश्यप, उदयराम चंद्राकर,दशरथ सिन्हा, डेविड चंद्राकर,कार्तिकराम यादव,धर्मेंद्र यादव आदि ने संबोधित किया।अखंड धरना सत्याग्रह में शामिल कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए राज्य आंदोलनकारी आदिवासी किसान नेता अशोक कश्यप ने कहा कि गांधीवादी तरीके से चल रहे अखड़ धरना सत्याग्रह न केवल महासमुन्द जिला में वरन पूरे छत्तीसगढ़ में सबसे लंबी लड़ाई लड़ने का इतिहास रचा है।कुछ दिनों के बाद राष्ट्रीय किसान आंदोलन दिल्ली की लंबी लड़ाई से भी आगे हो जाएगा।किसान आंदोलन दिल्ली की लड़ाई से देश के प्रधानमंत्री श्री मोदी जी को झुकना पड़ा और गलती भी स्वीकार किया।उसी प्रकार से प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को भी झुकना पड़ेगा और कृषि भूमि में उद्योग लगाने की नीति को बंद करना होगा।अन्यथा जिले में कांग्रेस के विधायकों को हराना पड़ेगा।उदयराम चंद्राकर ने कहा कि जो कृषि भूमि छत्तीसगढ़ सरकार की लोकप्रियता का आधार बना हुआ है उसी मुख्यमंत्री और उनके नौकरशाह चमचे लोग कमीशन के चक्कर में डुबाने जा रहे हैं।करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट के मालिक भ्र्ष्ट उद्योगपति और शासन प्रशासन जिस भाषा को समझते हैं उसी भाषा और तरीके को किसान मोर्चा अपनाने के लिए बाध्य होगा।दशरथ सिन्हा ने कहा कि शासन प्रशासन जितना भी दंभ भर ले चुनाव में उसकी हवा निकालने के लिए किसान कटिबद्ध हैं।डेविड चंद्राकर ने कहा कि प्रजातंत्रीय व्यवस्था में प्रजा से बड़ा तंत्र नहीं हो सकता।संविधान और कानून में भी प्रजा का स्थान उपर में है।