*सत्ता की हवस में भाजपा का नफरत, हिंसा, उन्माद और आपराधिक षड्यंत्र एक बार फिर उजागर - कांग्रेस*
*कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की हत्या की साजिश पर जवाब दे मोदी शाह, गृह विभाग और निर्वाचन आयोग तत्काल कार्यवाही करे*
रायपुर/07 मई 2023। छत्तीसगढ प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि कर्नाटक में भाजपा के उम्मीदवार मणिकांत राठौर के ऑडियो रिकॉर्डिंग से भाजपा का अपराधिक चरित्र एक बार फिर उजागर हुआ है। कर्नाटक में संभावित चुनावी हार से भयभीत भारतीय जनता पार्टी अपने आजमाएं हुए राजनीतिक टूल्स पर काम कर रही है। इतिहास गवाह है कि भाजपाई चुनावी लाभ के लिए नफरत, हिंसा, उन्माद भड़काने और षडयंत्र रचने से नहीं चूकते। कभी बुल्डोजर तो कभी ठीक कर देने की खुलेआम धमकियां भाजपा के नेता सार्वजनिक सभाओं में देते रहे हैं। कर्नाटक में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के तमाम प्रयास असफल होने के बाद कुंठित भाजपाई अब कायराना हरकत पर उतारू हैं। प्रधानमन्त्री मोदी और देश के गृहमंत्री बताएं की क्या भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे और उनके परिवार का सफाया करना चाहती है? देश के प्रधानमंत्री मोदी जी विगत 1 हफ्ते से कर्नाटक में जमें हैं, क्या इसी दौरान यह षडयंत्र रचा गया? उनके चहेते भाजपा प्रत्याशी मणिकांत राठौर को किसका संरक्षण है? इस षडयंत्र में और कौन-कौन शामिल हैं?
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी अपराधी, बलात्कारी, भ्रष्टाचारी और आतंकियों की पनाहगाह पार्टी है। चित्तपुर, कर्नाटक से भाजपा प्रत्याशी मणिकांत राठौर के खिलाफ 40 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज है, लेकिन क्या मोदी के चहेते होने के कारण उन्हें टिकट दी गई? कांग्रेस का एक दलित कार्यकर्ता आज भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर पहुंचे हैं, जो भाजपा को बर्दास्त नहीं हो रहा है। आतंकियों को कंधार छोड़ने वाले यही भाजपाई हैं। ध्रुव सक्सेना जैसे आई एस आई के सहयोगी इसी भाजपा के आईटी सेल के पदाधिकारी रहे। आतंकियों के सहयोगी देवेंद्र सिंह को संरक्षण देने वाले भी यही हैं। बलात्कार के आरोपी चिन्मयानंद, कुलदीप सेंगर और अब बृजमोहन शरण के समर्थन में यही भाजपाई हैं। विपक्ष शासित राज्यों में दंगे और अब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उनके परिजनों के हत्या का षड्यंत्र बेहद निंदनीय है। कर्नाटक पुलिस, देश के गृह विभाग का इंटेलिजेंस और चुनाव आयोग इस आपराधिक षड्यंत्र पर तत्काल कार्यवाही करे।