*विश्व धरोहर सिरपुर बचाने 437 वें दिन किसान सत्याग्रह रहा जारी*

बिहार, उत्तर प्रदेश,झारखंड,ओड़िसा बंगाल से संदिग्ध लोगों को शरण देना छत्तीसगढ़ के हित में नहीं,विश्व धरोहर सिरपुर को बर्बाद करने तुली है भूपेश सरकार

*विश्व धरोहर सिरपुर बचाने 437 वें दिन किसान सत्याग्रह रहा जारी*
*विश्व धरोहर सिरपुर बचाने 437 वें दिन किसान सत्याग्रह रहा जारी*

रायपुर 07 मई 2023।विश्व धरोहर सिरपुर बचाने,विधायक विनोद सेवन चंद्राकर की दलाली से क्षेत्र के किसान मजदूर हो रहे हैं बेहाल विधायक विनोद सेवन चंद्राकर हराओ सिरपुर महासमुंद बचाओ किसानों का चलाया गया अभियान विधायक को हटाते तक जारी रहेगा, हाईवे स्थित खैरझिटी,कौंवाझर, मालिडीह के कृषि भूमि,गरीबों का क़ाबिल कास्त भूमि,आदिवासी भूमि, वन भूमि,शासकीय भूमि में गैर कानूनी ढंग से निर्माणाधीन करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट लगने के विरोध में विगत 25 फरवरी 2022 से अंचल के किसानों द्वारा छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले अखन्ड धरना सत्याग्रह चल रहा है।आज अखंड धरना सत्याग्रह के 437 वे दिन मौसम की खराबी एवं वैवाहिक व्यस्तता के बाद भी लगभग 45 किसान,जवान एवं महिला किसानों ने भाग लिया। आज अखन्ड धरना सत्याग्रह का नेतृत्व राज्य आंदोलनकारी आदिवासी किसान नेता अशोक कश्यप,डेविड चंद्राकर, दशरथ लाल सिन्हा,रामनाथ ढीढी, बोधन राम यादव,सुध्दूराम पटेल ने किया।आज के अखन्ड धरना सत्याग्रह को राज्य आंदोलनकारी आदिवासी किसान नेता अशोक कश्यप,उदयराम चंद्राकर,हेमसागर पटेल,सरजू राम यादव,तोषण लाल सिन्हा,श्रीमती कांति बाई साहू,शांति बाई सिन्हा,श्याम भाई ध्रुव एवं ठगन बाई सिन्हा ने संबोधित किया।आज अखंड धरना सत्याग्रह में शामिल कार्यकर्ताओं को राज्य आंदोलन कारी आदिवासी किसान नेता अशोक कश्यप ने संबोधित करते हुए कहा कि करणी कृपा प्लांट की समस्त गैरकानूनी निर्माण कार्य की पोल खुलने लगी है। पहले सूचना का अधिकार के तहत जानकारी उद्योग विभाग महासमुंद से प्राप्त किया गया। विभागीय अधिकारी ने बताया कि हमारे विभाग में पंजीयन तो दूर की बात है,अब तक कोई आवेदन भी नहीं दिया गया है। इससे बड़ी धांधली क्या हो सकती है! बिना अनुमति या पंजीयन के ही निर्माण कार्य जारी है। इसी प्रकार से पंजीयन विभाग में भी कोई आवेदन नहीं किया गया है। प्रपत्र देने की जो सीमा तय की गई थी वह भी 02 माह पूर्व ही समाप्त हो गई है। किंतु अब तक कोई पेपर प्रस्तुत नहीं की गई है‌। ऐसी दशा में विभागीय अधिकारी, जिलाधीश महासमुंद दोनों दोषी हैं।इस दशा में दोनों अधिकारियों पर सख्त कानूनी कार्यवाही होना चाहिए किंतु ये स्वतंत्र हैं। उन पर अब तक कोई भी कार्यवाही नहीं होना जंगलराज को दर्शाता है। उदय राम चंद्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा इस बात को शुरू से शासन तथा आम जनता को बताते आ रहा है कि करणी कृपा उद्योग की सारी निर्माण कार्य अवैधानिक है।अब किस आधार पर करणी कृपा उद्योग के मालिक एवं पार्टनर पर कार्यवाही नहीं की गई यह स्वयं में आश्चर्य की बात है! इस प्रकार से कानूनी नियमों को तोड़ मरोड़ करना एक दंडनीय अपराध है। हेमसागर पटेल ने कहा कि करणी कृपा प्लांट की दलाली से महासमुंद के जिलाधीश एवं संबंधित अधिकारीगण मौन क्यों बैठे हैं? यदि आम जनता छोटी सी भी गलती करती है तो यही लोग उन पर कार्यवाही करके उन्हें दंडित करने से पीछे नहीं रहते। लेकिन उद्योगपति और जिलाधीश तथा स्थानीय विधायक विनोद चंद्राकर सहित नेतागण इस घोर अपराध में संलिप्त होने के बाद भी इन पर कानूनी कार्यवाही क्यों नहीं हो रही है? इसका जवाब कौन देगा? कमिश्नर रायपुर एवं मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन जवाब दें? श्रीमती कांतिबाई साहू ने कहा कि यह सरकार दोगली और झूठे बाज है! इससे महासमुंद जिला की जनता का विश्वास शासन और प्रशासन से उठ चुका है।श्याम भाई ध्रुव ने कहा कि, कानून छोटे बड़े सभी व्यक्ति के लिए एक समान होता है। लेकिन यहां भ्रष्ट उद्योगपति, जिलाधीश तथा नौकरशाहों और जनप्रतिनिधियों के लिए अलग कानून होने को प्रमाणित कर रहा है। ऐसे में प्रजातंत्र और पंचायती राज की सारी व्यवस्था ध्वस्त हो रही हैं।