*चौपाटी हटाओ आंदोलन का नौवां दिन दिल्ली से लौटे मूणत धरने में शामिल*
*चौपाटी हटाओ आंदोलन का नौवां दिन दिल्ली से लौटे मूणत धरने में शामिल*
रायपुर । चौपटी हटाओ की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना आज नौवे दिन भी बदस्तूर जारी है चौपाटी हटाने की मांग को लेकर 28 लोगो का दल केंद्रीय शहरी आवास मंत्री हरदीप पूरी से मिलकर छत्तीसगढ़ वापस आ चुके है पूर्व मंत्री राजेश मूणत के नेतृत्व में 26 लोगो का दल जिनमे सांसद सुनील सोनी , राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय , जिला अध्यक्ष जयंती भाई पटेल , निगम नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे सहित रायपुर नगर निगम के अन्य भाजपा पार्षद शामिल थे राजेश मूणत ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि हमने केंद्रीय मंत्री और स्मार्ट सिटी के डायरेक्ट जितेंद्र मेहन से मुलाकात की उन्होंने हमें आश्वासन दिया कि सभी नियमो सहित टैक्निकल ऑडिट भी किया जाएगा यदि किसी प्रकार की गड़बड़ी पाई गई तो दोषियों पर त्वरित कार्यवाही की जाएगी। प्राप्त जानकारी अनुसार राजधनी के लिए लगभग 1000 करोड़ रूपयो का आबंटन स्मार्टसिटी विभाग से किया गया है लेकिन नगरनिगम अधिकारी और महापौर जन सुविधाओ हेतु आबंटित पैसों का बंदर बाँट कर रहे हैं। बंदर बाँट इसलिए क्योकि बताया कुछ और किया कुछ काम किया उत्तर में बताया जा रहा दक्षिण का ऐसी स्थिति है 1000 करोड़ में से 200 करोड़ रायपुर के ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए खर्च किया गया। मगर धरताल पर काम दिखता नही यदि हमने अपने शासनकाल में एक्सप्रेसवे और केनाल लिंकिंग जैसी भविष्य उपयोगी सड़क संचार नही स्थापित किए होते तो आज शहर में ट्रैफिक की क्या स्थिति होती यह किसी से छुपा नही है कोई हमे बताए 1000 करोड़ का इंफ्रास्ट्रक्चर इस शहर में कहाँ दिखता है 1000 करोड़ में ऐसा कौन सा कार्य किया जो चर्चा का विषय नही बना और जनसुविधा के लिए उपयोगी हो मात्र सड़को और चौराहों में लाइटें लगाई वो भी बन्द पड़ी है मैंने पहले भी कहा कि आर्किटेक्ट के पत्र को आधार बनाकर ऊपर पूरी कहानी निर्मित की जा रही है यूथ हब बनाएंगे कहकर वीडियो जारी करने वाले महापौर के वीडियो में गुमठीयाँ नही दिखती मगर वास्तविकता में तो यहाँ 69 गुमठियाँ स्थापित की गई है अधिकारियों ने भी कहा कि हमने इतनी गंभीरता से लड़ते 10 वर्षों में किसी जनप्रतिनिधियों को अब तक नही देखा हमने अपनी बात दस्तवेजो सहित स्मार्ट सिटी के डायरेक्टर सांसद सुनील सोनी और राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय की उपस्थिति में अपनी बातें रखी ।
चौपाटी निर्माण और सौंदर्यीकरण के नाम पर बूढ़ातालाब का उदाहरण हमारे सामने है क्या दुर्गति कर दी गई बूढ़ातालाब क्षेत्र की 9 करोड़ का फव्वारा एक बार बन्द हुआ तो आज तक चालू नही हुआ 4 साल सत्ता के हो गए और 3 वर्ष महापौर के पर कोई यह बताए कि प्रदेश के नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा कौन सा कार्य किया गया है 18 करोड़ का टैंडर निकाला कहते हैं आदेश 2018 का मगर सबूत के तौर पर मात्र एक प्रस्ताव पत्र के आधार पर आरोप प्रत्यारोप हमने यदि पारित किया तो स्थल निरिक्षिण करते कोई तस्वीर वीडियो या आदेश पारित करने की कॉपी कुछ तो सामने लाएं कांग्रेसियो को चौपाटीयाँ बनाने का इतना ही शौक है तो कांग्रेस कार्यालय को चौपाटी बना दें लेकिन हम एजुकेशन हब में चौपाटी नही बनने देंगे यह हमारा संकल्प है
अगर सत्ता का दुरुपयोग कर बल प्रयोग से चौपाटी बन भी जाए तो यह राजेश मूणत का दावा की सरकार बदलते ही अवैध चौपाटी को उखाड़ फेकेंगे लेकिन छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नही होने दूँगा मैं कल धरने से उठ जाऊँगा आप बस इतना कह दीजिए कि यहाँ चौपाटी नही बनाएंगे छात्र हित में यहाँ केवल एजुकेशन संबंधित निर्माण ही किया जाएगा ।
चौपाटी हटाओ की मांग को लेकर पूर्व मंत्री राजेश मूणत के साथ भाजपा जिला अध्यक्ष जयंती भाई पटेल , नगर निगम नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे , प्रफुल्ल विश्वकर्मा , उप नेता प्रतिपक्ष निगम मनोज वर्मा , सूर्यकांत राठौड, मृत्युंजय दुबे , दीपक जयसवाल , सीमा संतोष साहू ,भोला साहू , रजियन्त ध्रुव , विनोद अग्रवाल , प्रमोद साहू , कामिनी देवांगन , सरिता दुबे , सरिता वर्मा , नारद कौशल , रोहित साहू , गोदावरी साहू , सुशीला धीवर , कमलेश वर्मा , रवि ध्रुव , राजेश ठाकुर , तिलक पटेल , सुनील चंद्राकर , चंद्रपाल धनगर चौपाटी निर्माण के विरोध में केंद्रीय मंत्री से शिकायत करने दिल्ली पहुँचे थे ।