गरियाबंद के देवभोग अस्पताल में भारी लापरवाही के चलते अलग अलग दो मामले में जच्चा व बच्चा की मौत

 गरियाबंद के देवभोग अस्पताल में भारी लापरवाही के चलते अलग अलग दो मामले में जच्चा व बच्चा की मौत

 गरियाबंद के देवभोग अस्पताल में भारी लापरवाही के चलते अलग अलग दो मामले में जच्चा व बच्चा की मौत

 गरियाबंद के देवभोग अस्पताल में भारी लापरवाही के चलते अलग अलग दो मामले में जच्चा व बच्चा की मौत हो गई।

झाखरपारा में रहने वाले राजेश यादव ने 19 को पत्नी को देवभोग अस्पताल में भर्ती कराया था,विवाह के पांच साल बाद बेटा जन्म होने की खुशियां महज कुछ घंटे ही मना पाया,सरकारी अस्पताल के देख रेख में तबियत बिगड़ी और पैदा होने के 18 घंटे बाद मर गया।इसी झाखरपारा में रहने वाले दिनेश विश्वकर्मा की पत्नी भुवेंद्री को 21 मई की रात  को प्रसव पीड़ा हुई,परिवार घर पर एंबुलेंस का इंतजार करता रहा इसी दरमियान प्रसव भी हो गया।नाल नही काटा गया था,5 घंटे इंतजार के बाद रात के 2 बजे एंबुलेंस पंहुचा।देवभोग अस्पताल में 3 बजे भर्ती कराया गया,नाल काटने में लापरवाही के बाद जच्चा की तबीयत में सुधार नही आया तो उसे मरने के लिए रेफर कर दिया।अस्पताल के अभाव में परिवार पड़ोसी राज्य ओडिसा में प्रसूता को लेकर भटकते रहे फिर उसकी मौत हो गई।आज झाखरपारा में जन समस्या निवारण शिविर में मामले की शिकायत होनी है,शिकायत की तयारी के बीच मामले का खुलासा हुआ।मामले की भनक लगी तो एस डी एम अर्पिता पाठक ने मंगलवार की रात को अस्पताल पहुंच मामले की जांच शुरू कर दिया है।