रियल लाइफ पब्लिक स्कूल खरोरा में आदिवासी दिवस परंपरागत तरीके से मनाया गया
रियल लाइफ पब्लिक स्कूल खरोरा में आदिवासी दिवस परंपरागत तरीके से मनाया गया
रियल लाइफ पब्लिक स्कूल खरोरा में आदिवासी दिवस परंपरागत तरीके से मनाया गया।
छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा विद्यालयों में आदिवासी दिवस मनाने कहा गया है। इसको लेकर रियल लाइफ पब्लिक स्कूल खरोरा में आदिवासी दिवस परंपरागत तरीके से मनाया गया। इस दौरान छात्रों द्वारा आदिवासी नृत्य की प्रस्तुति दी।
आयोजन के अतिथि रियल लाइफ पब्लिक स्कूल के संचालक राघवेंद्र गोस्वामी स्कूल की प्रिंसिपल वैशाली गुप्ता तथा स्कूल के सभी शिक्षक ममता भारद्वाज, पिंकी पटेल, दीपा देवांगन, निधि वर्मा, कविता वर्मा, परमेश्वरी चंद्राकर, खरोरा के वरिष्ठ पत्रकार रोहित वर्मा आदी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन राघवेंद्र गोस्वामी एवं वैशाली गुप्ता ने किया। स्कूल के संचालक राघवेंद्र गोस्वामी ने कहा स्कूल शिक्षा विभाग की यह एक अभिनव पहल है। आदिवासियों ने अपने ज्ञान का उपयोग सिर्फ अपने लिए नहीं बल्कि संपूर्ण राष्ट्र के लिए किया। आजादी के आंदोलन में उनके योगदान को याद करना आजादी के अमृत महोत्सव को पूर्ण करेगा। आदिवासियों का राष्ट्र के प्रति वह अमृत भाव ही था, जिसने सिद्दू और कान्हू, तिलका और मांझी, बिरसा मुंडा, वीरनारायण इत्यादि वीर योद्धाओं को जन्म दिया।
पुरातन संस्कृत ग्रंथों में आदिवासियों को अत्विका नाम से संबोधित किया गया। महात्मा गांधी ने आदिवासियों को गिरिजन (पहाड़ पर रहने वाले लोग) से संबोधित किया। भारतीय संविधान में आदिवासियों के लिए अनुसूचित जनजाति पद का उपयोग किया।
आदिवासी समाज में एक मदद की परंपरा है, जिसे हलमा कहते हैं। इसके अंतर्गत जब कोई व्यक्ति या परिवार अपने संपूर्ण प्रयासों के बाद भी खुद पर आए संकट से उबरने में असमर्थ होता है, तब उसकी मदद के लिए सभी ग्रामीण जुटते हैं और अपने निस्वार्थ प्रयत्नों से उसे उस मुश्किल से बाहर निकालते हैं। कार्यक्रम के दौरान स्कूली बच्चों ने पारंपरिक वेशभूषा में पहुंचे। इस दौरान आदिवासी समाज की विभिन्न नृत्यों की प्रस्तुति दी गई।
रिपोर्टर रोहित वर्मा
लोकेशन खरोरा