एनआईटी रायपुर में युवा संगम कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ, सांसद सुनील सोनी जी ने दिखाई सांकेतिक हरी झंडी

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान रायपुर में भारत सरकार के अतुल्यनीय कार्यक्रम 'एक भारत श्रेष्ठ भारत’ ‘युवा संगम’ का आज कार्यक्रम का सांकेतिक हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया गया।

एनआईटी रायपुर में युवा संगम कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ, सांसद सुनील सोनी जी ने दिखाई सांकेतिक हरी झंडी

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान रायपुर में भारत सरकार के अतुल्यनीय कार्यक्रम 'एक भारत श्रेष्ठ भारत’ ‘युवा संगम’ का आज कार्यक्रम का सांकेतिक हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया गया।


एक भारत श्रेष्ठ भारत युवा संगम मुख्य रूप से उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों और देश के विभिन्न राज्यों के युवाओं के एक्सपोजर टूर आयोजित करने पर केंद्रित है।

यह कार्यक्रम जीवन के कई पहलुओं, विकास स्थलों,उपलब्धियों और मेजबान राज्य में एक युवा जुड़ाव का एक व्यापक अनुभव प्रदान करेगा। अपनी यात्रा  के दौरान, युवाओं को पांच व्यापक क्षेत्रों - पर्यटन, परम्परा, परंपराएं, प्रगति और परस्पर संपर्क प्रौद्योगिकी के तहत बहुआयामी अनुभव मिलेगा।
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान रायपुर में आज इसके शुभारम्भ हेतु एक कार्यक्रम रखा गया जिसके मुख्य अतिथि श्री सुनील सोनी, सांसद, रायपुर रहे |

श्री सोनी का स्वागत संस्थान की निदेशिका(प्रभारी) डॉ. श्रीमती ए. बी. सोनी एवं रजिस्ट्रार डॉ. पी. वाय. ढेकने, सी.डी.सी. प्रमुख डॉ. समीर बाजपेयी, डीन (छात्र कल्याण) डॉ. नितिन जैन, डीन (अकादमिक) डॉ. श्रीश वर्मा ने किया। उसके बाद सम्मानीय अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई।


उसके बाद इस यात्रा में शामिल होने वाले युवाओं से उनका परिचय लिया गया , जहाँ युवाओं ने भी खुलकर अपने विचार सबके सामने रखे। उसके बाद श्री सुनील सोनी ने युवाओं को युवा संगम के बारे में बताया और कहा कि भारत सरकार का यह कार्यक्रम युवाओं को जोड़ने एवं उनके विकास पर केंद्रित है तथा यह आपको बढ़ने एवं विविधताओं को जानने का अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि आप छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करेंगे एवं आपको नागालैंड राज्य की इस यात्रा से  जीवन के कई पहलुओं, विकासकार्यों , आकर्षक स्थलों एवं उनकी उपलब्धियों को जानने का अवसर प्राप्त होगा।


प्रमुख, करिअर डेवलपमेंट सेंटर, डॉ. समीर बाजपेयी ने बताया कि युवा संगम भारत सरकार की अनूठी पहल  है जिससे युवाओं को दूसरे राज्यों की विविधताओं को जानने का अवसर प्राप्त होगा। उन्होंने छात्रों को कुछ महत्त्वपूर्ण सुझाव दिए एवं शुभकामनाएं दी। 
कार्यक्रम के अंत में संस्थान की निदेशिका डॉ. ए. बी. सोनी ने मुख्य अतिथि श्री सुनील सोनी को स्मृति चिन्ह भेंट किया।


एनआईटी रायपुर छत्तीसगढ़ से इस यात्रा का नोडल संस्थान है, और एनआईटी नागालैंड, नागालैंडसे नोडल संस्थान है। इस यात्रा में छतीसगढ़ के छात्र प्रतिनिधि कल १३ जून को सुबह ६ बजे ट्रेन से रवाना होकर 15 जून को नागालैंड पहुचेंगे  और उनकी यात्रा 19 जून को समाप्त होगी इसके बाद वे २२ जून को रात में ३ बजे रायपुर पहुचेंगे । उनके साथ 4 फैकल्टी मेंबर भी शामिल हैं। प्रतिनिधियों के ठहरने के दौरान, छात्रों को नागालैंड की संस्कृति और परंपराओं को कई दृष्टिकोणों से देखने का अवसर मिलेगा, युवा संगम के लिए डिज़ाइन किए गए 5पी के अनुरूप और छात्र किसामा विरासत और जुलेके गांव, चंपो संग्रहालय, सोविमा, चुमुकेडिमा, नागालैंड हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट्स डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड का दौरा करेंगे। । उनके यात्रा कार्यक्रम में दीमापुर की समृद्ध संस्कृति और परंपरा के बारे में जानने के लिए नागालैंड के स्थानीय बाजारों का दौरा शामिल है। छात्रों को चुमुकेडिमा गांव के एक स्थानीय घर में चिकन/मछली/मिश्रित सब्जियां पकाने की पारंपरिक विधि को देखने का अवसर भी मिलेगा। इसके अलावा, वे नागालैंड और छत्तीसगढ़ की संस्कृति और परंपराओं के बारे में एक इंटरैक्टिव चर्चा में भाग लेंगे।


शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित , युवा संगम 'एक भारत श्रेष्ठ भारत के तहत युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों से लोगों के बीच संपर्क को मजबूत करना है, विशेष रूप से विभिन्न राज्यों के युवाओं के बीच और उन्हें भारत की संस्कृति और मूल्यों से परिचित कराना है। एक भारत श्रेष्ठ भारत के विचार की परिकल्पना और संरचना माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी  द्वारा की गई। नरेंद्र मोदी जी भारत के विभिन्न राज्यों के बीच एक सांस्कृतिक संबंध बनाने के लिए इस कार्यक्रम को चुना । इसका उद्देश्य युवाओं को मौके प्रदान करना  है जो न केवल विशाल प्रतिभा, वैश्विक ज्ञान, रचनात्मकता और नवाचार की भावना का प्रतीक हैं, बल्कि देश के मानवीय दर्शन को दर्शाने वाले सांस्कृतिक मूल्यों को भी महत्व देते हैं हैं। यह पहल इस साल फरवरी में शुरू की गई थी और युवा संगम के पहले चरण में 1200 युवाओं की भागीदारी थी।